इटली के रंग, खुद को रंग लिया आप ने, दूध पिलाते ही देखो डस लिया सांप ने,
इतना कमीनापन देखो अच्छा नहीं होता, देश द्रोही किसी का सच्चा नहीं होता,
पप्पू भी खुश, देखो शीला मुस्काई है, टोपी पहने ये भी कांग्रेस के भाई हैं,
काश्मीर को तोड़ो, नक्सल को जोड़ो, विघटन की सोच इन ने पाक से पाई है?
मुफ्त बिजली पानी का गुब्बारा फूटा, सरकार छोड़ो, क्या कभी रसोई चलाई है?
दिल्ली का ये मर्ज़ दिल्ली में दफन करो, दोस्तों इस बार दांव पर भारत माई हैं..
- प्रियंक
इतना कमीनापन देखो अच्छा नहीं होता, देश द्रोही किसी का सच्चा नहीं होता,
पप्पू भी खुश, देखो शीला मुस्काई है, टोपी पहने ये भी कांग्रेस के भाई हैं,
काश्मीर को तोड़ो, नक्सल को जोड़ो, विघटन की सोच इन ने पाक से पाई है?
मुफ्त बिजली पानी का गुब्बारा फूटा, सरकार छोड़ो, क्या कभी रसोई चलाई है?
दिल्ली का ये मर्ज़ दिल्ली में दफन करो, दोस्तों इस बार दांव पर भारत माई हैं..
- प्रियंक
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