Tuesday, October 28, 2008

शुभ दीपावली



मैं स्वर्ग हो के आया, उपहार हजार लाया
हर घर मैं सुख समृद्धि, सपने हजार लाया
विश्व विजयी भारत पुनः अखंड होगा
राम राज्य होगा, धर्म प्रचंड होगा
न कोसी कहर ढाए, न आतंक सर उठाये
खुशहाली बढती जाए, फ़िर ऐसा सफर होगा
सपनो की ऐसी दुनिया, अपनों के बीच होगी
दीपावली मैं कामना है, ऐसा अवश्य होगा

सभी भारतवासियों को प्रियंक ठाकुर का सादर शुभ दीपावली .
भगवन राम के आशीर्वाद से आपका जीवन विजय और वीरता से भरा हो.
भगवान् आपके जीवन को देश - समाज - धर्म के हित मैं कार्य करने हेतु सक्षम बनाये रखे.
जय श्री राम

Saturday, October 18, 2008

उद्देश्य और भटकाव

समाज सेवा समिति, की स्थापना का उद्देश्य समाज मैं जागरूकता लाना है. पर, परिस्थितियां इसके लक्ष्य से भटकाव ला देती हैं. यह एक मानव कमजोरी है, पर हमारा यह पुरजोर प्रयास रहेगा की अब यह कमजोरी समिति के लक्ष्य को इस से दूर न ले जाए और यह मानव कमजोरी समिति या समूह को प्रभावित न करे.
मुख्यतः भावनात्मक मुद्दे, जैसे की धर्म, राजनीति, राष्ट्रप्रेम हमको हमारे लक्ष्य और संस्कृति से भटका देते हैं, विचिलित
कर देते हैं. यह आवेश वश किए गए कार्य आपका मूल संस्कार नही होते हुए भी आपकी पहचान बन जाता है. इस लिए हमारे शास्त्रों मैं कहा गया है की भगवन को वह मनुष्य प्रिय होता है जो न प्रसन्नता मैं भटके न दुःख मैं विचलित हो.
हमारा उद्देश्य हिंदुत्व का प्रसार है, हिंदुत्व भारत की जान है. हिंदुत्व मैं भारत की संस्कृति है. जो भी व्यक्ति, चाहे वह मुस्लिम हो या ईसाई, यदि वह भारतीय संस्कारों का पालन करता है तो वह हिंदुत्व का पालन करता है. यदि कोई हिंदू भी राष्ट्र विरोधी मानसिकता का हो, या स्त्री का सम्मान न करे, या आचरण मैं मानवता न हो तो वह भी हिंदुत्व का शत्रु है.
यह समाज एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य की कड़ी है, यदि समाज मैं सद्भाव और शक्ति न हो तो यह समाज दूषित हो जाता है. इस कड़ी का काम संवाद करता है. तो अंततः संवाद सबसे जरूरी है. संवाद मैं कमी आने पर बिचौलिये फायदा उठाते हैं. ये बिचौलिये कभी अफसर बन कर, कभी राजनेता बन कर, कभी साधू-गुरु बन कर समाज मैं विष घोलते हैं.
भारत की धरती ने सदैव वीरों को जन्मा है. कमी है तो स्वयं को पहचानने की.
यही हमारा उद्देश्य है
आत्म विश्लेषण
जागरूकता
वंदे मातरम

Thursday, October 9, 2008

Dussehra ki Shubhkamnaen

Bhakti, Shakti & Gyan bhi jita na saki Ravan ko,
Dharm ke panthi Ram ne hara diya Dashanan ko.

Shubhkamnaen

Priyank

Wednesday, October 8, 2008

Bajrang Dal

Banning Bajrang Dal

People have guts to compare Bajrang Dal with simi

What else can we expect from sonia antonio maino khan ghandi

those who think i have typed GHANDI instead of GANDHI, please search in google or in any search engine.
&
those who question Bajrang Dal, should look at what has happened in north-east & south India.. majority are Christians.

what is this ?
Hindus are the biggest enemies of Hindus..
Above all, rightly said by someone.. Once a person is converted to Christianity, we not only loose one Hindu, but we have an enemy within us.
That person's loyalty shifts to vatican & america.

This war is not with Christian missionaries or anti Hindu congress party - founded by albert hyum ( a britishor )
This war is with Hindus who are enemies of Hindus..
Who supports questioning existance of RAM
Who supports snatching land from Baba Amarnath shrine board
Who supports building of Shri Ram Temple at Ayodhya
Who supports terrorists like simi & muftee's party in J & K
Who supports divide & rule among Hindus

aah. may this pain remains till i am alive..
May this pain be felt to all Hindus, if they are alive.

Vande Mataram Jai Shri Ram

Web Site Counter


Free Counter
CONTACT - ashithakur@yahoo.co.in ( messenger )