नमस्कार, सबसे पहले तो आप सभी से क्षमा मांगता हूँ की एक वर्ष से अधिक समय
तक कोई नया ब्लॉग पोस्ट नहीं लिखा। यहाँ की अनुपस्थिति को मैं ट्विटर पर
पूरा कर रहा था।
गुजरात चुनाव चल रहे हैं, दोषारोपण और ढोंग अपने चरम पर हैं। जनता को सदैव की भांति मूर्ख बनाने का प्रयत्न चल रहा है, पर गुजरात की जनता सन 1995 से जाग चुकी है। कांग्रेस की सरकार केंद्र में इतने गुल खिल चुकी है कि अब वो कितने भी घडियाली आंसू रोये, जागरूक मतदाता उसके बहकावे में आने वाला नहीं। नरेन्द्र मोदी जी को मौत का सौदागर कहने वाली सोनिया गाँधी अपने ऊपर खर्च किये गए यात्राओं के विवरण तक को देने से मना करती है, वैसे उसके मना करने की नौबत तो तब आती जब उसके चापलूस उस तक बात आने देते। केंद्र सरकार ने सोनिया गाँधी के आयकर तक की जानकारी को गुप्त रखा है। क्यों भला? स्वयं पर बात आये तो मामला निजी हो जाता है, कोई निर्णय लेना हो तो मैडम निर्णय लेती हैं! प्रधानमंत्री तक उनके निवास जाते हैं। और तो और विदेश में उनको, उनके बच्चों को, दामाद तक को सरकारी मेहमान का दर्ज मिलता है। ये हाल तो मैंने तानाशाहों के लिए सुने थे, सुना तो ये भी था की भारत में लोकतंत्र है, कांग्रेस लोकतान्त्रिक पार्टी है? जनता गलतियाँ करती रहती है, भोली है, मासूम है, बहकावे में आ जाती है, भावुक हो जाती है। तभी तो हमारे गृहमंत्री कहते हैं की हमारे वोटर सारे भ्रष्टाचार चुनाव आते आते भूल जायेंगे! इतना दंभ और घमंड तो सिकंदर को भी नहीं रहा होगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग बदतर हाल में हैं, यदि किसी को नर्क के रास्तों का अनुभव करना हो तो वो मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग पर 100 किमी चल के दिखाए। संयोगवश अभी राजस्थान यात्रा का योग बना, वहां के राष्ट्रीय राजमार्ग शानदार हाल में हैं, मप्र के साथ ऐसा सौतेला व्यव्हार क्यों? जहाँ बीजेपी का शासन हो वहां की जनता भारत की न हो कर पाकिस्तान की हो जाती है क्या? अरे, ये मैंने क्या लिख दिया! पाकिस्तान तो हमारी सरकार के लिए भारत से भी बढ़ कर है। कांग्रेस के 42 वर्षीय युवराज तो भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत का समर्थन करने के लिए एहसान जता चुके हैं। अभी पाकिस्तानी गृहमंत्री का जन्मोत्सव ताजमहल में मानाने का काम स्वयं हमारे गृहमंत्री कर रहे हैं। और तो और शिंदे साब कह रहे हैं की पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलो, मुंबई हमले & कश्मीर में मारे गए लाखों देशवासियों की वीरगति भूल जाओ।
कुछ हो, गरीबों को अपना वोट कांग्रेस को ही देना चाहिए, गरीबों का अस्तित्व ही कांग्रेस के कारण है। न कांग्रेस होती, ना वो गरीब होते।
खैर, 15 महीने बाद ब्लॉग लिख रहा हूँ और कांगेस की बात ले के बैठ गया। इस गलती के लिए पुनः क्षमा मांगता हूँ :P
जय हिन्द, जय भारत
गुजरात चुनाव चल रहे हैं, दोषारोपण और ढोंग अपने चरम पर हैं। जनता को सदैव की भांति मूर्ख बनाने का प्रयत्न चल रहा है, पर गुजरात की जनता सन 1995 से जाग चुकी है। कांग्रेस की सरकार केंद्र में इतने गुल खिल चुकी है कि अब वो कितने भी घडियाली आंसू रोये, जागरूक मतदाता उसके बहकावे में आने वाला नहीं। नरेन्द्र मोदी जी को मौत का सौदागर कहने वाली सोनिया गाँधी अपने ऊपर खर्च किये गए यात्राओं के विवरण तक को देने से मना करती है, वैसे उसके मना करने की नौबत तो तब आती जब उसके चापलूस उस तक बात आने देते। केंद्र सरकार ने सोनिया गाँधी के आयकर तक की जानकारी को गुप्त रखा है। क्यों भला? स्वयं पर बात आये तो मामला निजी हो जाता है, कोई निर्णय लेना हो तो मैडम निर्णय लेती हैं! प्रधानमंत्री तक उनके निवास जाते हैं। और तो और विदेश में उनको, उनके बच्चों को, दामाद तक को सरकारी मेहमान का दर्ज मिलता है। ये हाल तो मैंने तानाशाहों के लिए सुने थे, सुना तो ये भी था की भारत में लोकतंत्र है, कांग्रेस लोकतान्त्रिक पार्टी है? जनता गलतियाँ करती रहती है, भोली है, मासूम है, बहकावे में आ जाती है, भावुक हो जाती है। तभी तो हमारे गृहमंत्री कहते हैं की हमारे वोटर सारे भ्रष्टाचार चुनाव आते आते भूल जायेंगे! इतना दंभ और घमंड तो सिकंदर को भी नहीं रहा होगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग बदतर हाल में हैं, यदि किसी को नर्क के रास्तों का अनुभव करना हो तो वो मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग पर 100 किमी चल के दिखाए। संयोगवश अभी राजस्थान यात्रा का योग बना, वहां के राष्ट्रीय राजमार्ग शानदार हाल में हैं, मप्र के साथ ऐसा सौतेला व्यव्हार क्यों? जहाँ बीजेपी का शासन हो वहां की जनता भारत की न हो कर पाकिस्तान की हो जाती है क्या? अरे, ये मैंने क्या लिख दिया! पाकिस्तान तो हमारी सरकार के लिए भारत से भी बढ़ कर है। कांग्रेस के 42 वर्षीय युवराज तो भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत का समर्थन करने के लिए एहसान जता चुके हैं। अभी पाकिस्तानी गृहमंत्री का जन्मोत्सव ताजमहल में मानाने का काम स्वयं हमारे गृहमंत्री कर रहे हैं। और तो और शिंदे साब कह रहे हैं की पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलो, मुंबई हमले & कश्मीर में मारे गए लाखों देशवासियों की वीरगति भूल जाओ।
कुछ हो, गरीबों को अपना वोट कांग्रेस को ही देना चाहिए, गरीबों का अस्तित्व ही कांग्रेस के कारण है। न कांग्रेस होती, ना वो गरीब होते।
खैर, 15 महीने बाद ब्लॉग लिख रहा हूँ और कांगेस की बात ले के बैठ गया। इस गलती के लिए पुनः क्षमा मांगता हूँ :P
जय हिन्द, जय भारत